केनिंगटन ओवल स्टेडियम का इतिहास
Kennington Oval Cricket Ground- जिसे द ओवल के नाम से भी जाना जाता है, यह स्टेडियम लंदन ,इंग्लैंड में स्थित है। यह।ग्राउंड इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) का मुख्यालय है, स्टेडियम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के लिए एक प्रतिष्ठित स्थान के रूप में माना जाता है।Kennington Oval Cricket Ground का इतिहास 1845 में शुरू होता है, शुरुआत में इस स्टेडियम प्रथम श्रेणी के मैच खेले जाते थे 1846 में, मैदान पर पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच खेला गया था। यह स्टेडियम 1850 में सरे काउंटी क्रिकेट क्लब का घरेलु मैदान बन गया था। स्टेडियम में दर्शकों के बैठने की क्षमता लगभग 27,000 से अधिक है। 1860 के दशक में इस स्टेडियम पर पहले टेस्ट मैच का उद्धघाटन किया गया था जो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया था, धीरे – धीरे स्टेडियम ने कई अंतराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी भी की। 1870 का दशक इंग्लैंड में ओवरआर्म गेंदबाजी की शुरुआत का दशक था, जिसने खेल को और रोमांचकारी बना दिया।
द गोल्डन एरा (1880-1914)
Kennington Oval Cricket Ground- 1880 का दशक से 1914 के बीच में कई ऐतिहासिक मैचों का आयोजन किया है। इस इस दौरान, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गयी “एशेज” सीरीज जिसमे दोनों टीमों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलता है. ओवल में कई टेस्ट मैच खेले गए।इस स्टेडियम में कई महान क्रिकेटरों ने भी अपना जल्वा दिखाया है, जिनमें W.G. ग्रेस, सचिन Tendulkar, और ऑस्ट्रेलियाई महान, डॉन ब्रैडमैन शामिल हैं। डॉन ब्रैडमैन को Kennington Oval Cricket Ground में बल्लेबाजी करना पसंद था, और उन्होंने यहां अपने टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर 304 रनों की शानदार पारी खेली थी।
Kennington Oval Cricket Ground- ने 1999 में, विश्व कप के फाइनल की मेजबानी भी की, जो ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच खेला गया था, जिसमे ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को हराकर वह विश्व कप अपने नाम किया था। ओवल ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और टी20 विश्व कप जैसे प्रमुख टूर्नामेंटों के मैचों की भी मेजबानी की है। इस स्टेडियम पर कई ऐतिहासिक मैच खेले गए हैं, और Kennington Oval Cricket Ground दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट स्टेडियम में से एक है।