पल्लेकेले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का इतिहास
Pallekele Cricket Stadium- जो श्रीलंका के पहाड़ी इलाके, केंडी जिले में स्थित एक प्रसिद्ध मैदान के रूप में जाना जाता है। यह स्टेडियम श्रीलंका का तीसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है। Pallekele Cricket Stadium का निर्माण श्रीलंका के पहले टेस्ट मैच में हुआ था, असगिरीया स्टेडियम के रूप में की गई थी।असगिरीया स्टेडियम ने 1983 से 2007 तक टेस्ट मैचों की मेजबानी करता रहा, लेकिन इस स्टेडियम पर 2011 क्रिकेट विश्व कप की मेजबानी करने के लिए कई सुविधाएं उपलब्ध न होने के कारण इसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए अनुपयुक्त माना जाने लगा। इस स्टेडियम को 2011 क्रिकेट विश्व कप के लिए एक आधुनिक स्टेडियम के रूप में विकसित किया गया।
Pallekele Cricket Stadium- का उद्घाटन 27 नवंबर 2009 को हुआ था। इस स्टेडियम पर दर्शकों की बैठने क्षमता लगभग 35000 तक की है। इस स्टेडियम को श्रीलंका के महान स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन के नाम से भी जाना जाता है। यह स्टेडियम कॉम्पैक्ट आकार का है, यहाँ दर्शकों ने कई यादगार और रोमांचित क्रिकेट मैचों का लुफ्त उठाया है।
टेस्ट क्रिकेट का आगमन
Pallekele Cricket Stadium- पर पहला टेस्ट मैच श्रीलंका और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था। जिसमे श्रीलंका की टीम ने एक ऐतिहासिक जीत अपने नाम की। इसके बाद , स्टेडियम पर कई टेस्ट मैचों की मेजबानी की गयी, जिसमे विश्व की टॉप टीमें जैसे की भारत, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमें शामिल थी। Pallekele Cricket Stadium पर टेस्ट ही नहीं बल्कि अपना पहला एकदिवसीय मैच पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच 2011 में खेला गया था इसके बाद, इस मैदान ने कई एकदिवसीय और टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों की मेजबानी की है। स्टेडियम पर 2012 का एशिया कप और 2014 में आईसीसी विश्व टी 20 के कुछ मुकाबले भी आयोजित किए गए हैं।