आर. प्रेमदासा क्रिकेट स्टेडियम का इतिहास
R Premadasa Cricket Stadium- जो श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में स्थित है, यह क्रिकेट स्टेडियम श्रीलंका का सबसे बड़ा क्रिकेट मैदान है। इस स्टेडियम का नाम श्रीलंका के राष्ट्रपति के नाम पर रखा गया है, जिनका नाम रणसिंघे प्रेमदासा था। 1980 के दशक में श्रीलंका क्रिकेट को एक ऐसे स्टेडियम की जरुरत थी जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की मेजबानी कर सके। 1980 के दशक में श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में एक मुख्य क्रिकेट मैदान, कोलंबो क्रिकेट क्लब ग्राउंड (CCC), था जिसमे दर्शकों के लिए बैठने की क्षमता कम थी और भी कई आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध नहीं थी। जिसकी वजह से कोलंबो सरकार ने बाहरी इलाके में एक नए स्टेडियम को बनाने का निर्णय लिया। 1983 में स्टेडियम का कार्य शुरू हुआ जो 1986 में पूरा किया गया। इस मैदान को शुरुआत में ड्यूवेल स्टेडियम के नाम से जानते थे।
स्टेडियम का उद्घाटन ( 31 मार्च 1986)
R Premadasa Cricket Stadium- का उद्घाटन 31 मार्च 1986 को किया गया जो श्रीलंका और इंग्लैंड के बीच चल रहे टेस्ट मैच के साथ हुआ था। श्रीलंका की टीम ने इंग्लैंड को हराकर टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहली जीत इसी स्टेडियम पर हासिल की थी। इस स्टेडियम पर दर्शकों की बैठने की क्षमता 35000 तक की है। अपने शुरुआती वर्षों में, स्टेडियम को कुछ विवादों का भी सामना करना पड़ा। 1993 में, राष्ट्रपति रणसिंघे प्रेमदासा की हत्या के बाद, स्टेडियम का नाम बदलकर R Premadasa Cricket Stadium कर दिया गया। स्टेडियम का लगातार विकास किया गया और इस स्टेडियम ने 1996 क्रिकेट विश्व कप के मैचों का आयोजन भी किया है। स्टेडियम ने विश्व कप के फाइनल सहित कुल 8 मैचों की मेजबानी की, जिसमे श्रीलंका ने फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम को सात विकेट से हराकर अपना पहला विश्व कप जीता था।