सोफिया गार्डन्स का इतिहास
Sophia Gardens Cricket Ground- जो इंग्लैंड में एक प्रसिद्ध मैदान के रूप में जाना जाता है यह स्टेडियम वेल्स की राजधानी कार्डिफ़ में स्थित है। यह मैदान न सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों का स्थल रहा है, बल्कि स्थानीय टीम ग्लैमरगन का घरेलू मैदान भी है। (1809-1859) में Sophia Gardens Cricket Ground का नाम एक लेडी के नाम पर रखा था जिसका नाम सोफिया क्रिचटन-स्टुअर्ट था। 19वीं शताब्दी में कार्डिफ़ शहर तेजी से विकसित हो रहा था जिसके चलते अलेक्जेंडर रूज द्वारा 1854 में प्लास्टर्टन फार्म की जगह पर इसे बगीचे के रूप में तैयार किया गया। 19वीं और 20वीं सदी के दौरान इस स्टेडियम पर हॉर्स शो और बफ़ेलो बिल शो का आयोजन भी किया गया। 19वीं शताब्दी में सोफिया गार्डन्स पर कई स्थानीय क्रिकेट टीमों ने खेलना शुरू किया।
1967 में सोफिया गार्डन का उद्धघाटन
1967 में Sophia Gardens Cricket Ground का उद्धघाटन किया गया, यह उनके लिए एक नए युग की शुरुआत थी। इस स्टेडियम में दर्शकों की बैठने की क्षमता लगभग 15000 से अधिक की थी। 1990 के दशक में यह एक प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्थल के रूप में विकसित हो चुका था।जिससे स्टेडियम ने विश्व में अपनी एक अलग पहचान बना ली। इंग्लैंड टीम के लिए इस स्टेडियम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी करने में अहम् भूमिका निभाई है। इसी के साथ यह स्टेडियम इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए प्रमुख स्थल के रूप में अहम् योगदान देने लगा।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का आगमन
1999 में क्रिकेट विश्व कप के दौरान ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच हुए मुकाबले के साथ Sophia Gardens Cricket Ground ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की मेजबानी शुरू की। इस स्टेडियम पर इंग्लैंड की टीम ने अपना पहला मुकाबला 2006 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। 20 वीं सदी के दौरान स्टेडियम ने कई वनडे मैचों का आयोजन किया। 2007 में मैदान को अच्छी अवस्था में लाया गया, स्टेडियम पर कई सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी। 2009 में यहाँ एशेज़ सीरीज़ का पहला टेस्ट मैच खेला गया इसी के साथ यह मैदान टेस्ट क्रिकेट खेलने वाला 100वां मैदान बन गया। इस मैदान पर 2013 और 2017 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के कई मुकाबले यहीं खेले गए हैं।